देवब्रत मंडल
दिनांक 22.05.2024 को गया जंक्शन से 3270 गया-पटना मेमू train 11:19 बजे खुलकर पटना के लिए प्रस्थान किया। इस बीच दानापुर रेल मंडल के अंतर्गत 63/बी समपार फाटक पर एक वाहन(ऑटो रिक्शा) रेलपथ के काफी करीब रुक गई, कुछ ही पल में ट्रेन यहां से गुजरी। थोड़ी सी चूक हो गई होती तो हादसे का कारण बन सकता था, जानमाल का नुकसान होता वो अलग। ये लापरवाही किसकी है, ये तो कहा नहीं जा सकता है लेकिन गलती तो हुई? बताते चलें कि इस स्थान पर पिछले कई दिनों से रेल पथ मरम्मत करने का कार्य जारी है। यहां इस कार्य में कई कर्मचारी व मजदूरों की ड्यूटी लगाई गई है। जबकि देखा जाए तो इस समपार फाटक के नजदीक केबिन नंबर 63/बी में कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई जाती है। वहीं यहां आम लोगों की सुविधा के लिए एक सूचना भी सार्वजनिक की गई है कि ‘दो मिनट बाद खुलेगा गेट’, बावजूद इसके इस प्रकार की लापरवाही कभी भी बड़े हादसे का गवाह बन सकता है। मालूम हो कि यह रेल समपार फाटक गया-पटना रेलखंड पर रामशिला-प्रेतशिला रोड पर है। इस सड़क से प्रतिदिन हजारों लोग पैदल, छोटे बड़े वाहन से लोग आना जाना करते हैं। साथ ही इस सड़क पर मालवाहक वाहन भी काफी संख्या में चलते हैं। यह सड़क प्रेतशिला की ओर बढ़ने पर निर्माणाधीन डोभी-गया-पटना फोरलेन से जाकर आगरैली, नेयाजीपुर गांव के पास सीधा जुड़ती है। जबकि रामशिला की ओर चलने पर गया-पटना एनएच-83 तथा गया शहर के कई सड़कों से जुड़ती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर कब से प्रेतशिला हाल्ट के निर्माण की मांग की जाती रही है। कई बार यहां धरना प्रदर्शन और स्मारपत्र के माध्यम से रेल मंत्रालय और रेल प्रशासन का ध्यानाकृष्ट कराया जा चुका है। इस संबंध में प्रेतशिला हाल्ट निर्माण संघर्ष समिति के श्रमिक नेता अनिल कुमार श्रीवास्तव, पूर्व वार्ड पार्षद डॉ विनोद कुमार मंडल बताते हैं कि यहां पर रेल की अपनी जमीन भी है जिसपर हाल्ट का निर्माण किया जा सकता है। इससे पिंडदान करने को आने वाले तीर्थयात्रियों को और साथ ही कई गांव और मोहल्ले के लोगों को सुविधा होगी।
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