देवब्रत मंडल
25 सितंबर को गया आए सेना के एक अधिकारी के पुत्र का मोबाइल महाबोधि एक्सप्रेस के कोच में छूट गया। ट्रेन की रेक प्लेटफॉर्म से मेंटेनेंस के लिए न्यू कोचिंग कॉम्प्लेक्स(वाशिंग पिट लाइन) पर चली गई। इधर अधिकारी भी एक होटल में चले गए। जब उन्हें याद आई कि उनका कीमती मोबाइल ट्रेन में ही छूट गया है तो वे परेशान हो गए। होटल से लौटकर जंक्शन पर पहुंचे तो उनकी परेशानी चेहरे पर साफ झलक रही थी। आरपीएफ़ गया पोस्ट प्रभारी अजय प्रकाश ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला में भिन्न-भिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालु यात्रियों की सुविधा के लिए गया रेलवे प्लेटफार्म नंबर एक पर संचालित मेला कंट्रोल रूम में यात्री शांति स्वरूप शर्मा पिता लेफ्टिनेंट के. एम. शर्मा सा. डी-31 सेक्टर-9 न्यू, विजय नागेरे थाना, जिला गाजियाबाद(यूपी) पहुंचे। घबराहट और बेचैनी के साथ मेला नियंत्रण कक्ष में पहुंचे तो उनकी बेचैनी देखकर मेला कंट्रोल रूम में ऑन ड्यूटी रेलवे सुरक्षा बल के उपनिरीक्षक राज किशोर सिंह और स्टेशन मास्टर विजय विजय कुमार पांडे ने उन्हें सांत्वना देते हुए सम्मानपूर्वक बिठाया। इसके उनकी व्यथा सुनी। उन्होंने बताया गया कि वे गाड़ी संख्या 12398 डाउन महाबोधि एक्सप्रेस में न्यू दिल्ली से गया तक के लिए A-1 कोच बर्थ नंबर 11 पर अपने परिवार के साथ यात्रा करते हुए गया जंक्शन पर उतर गए। गया स्टेशन पर उतरकर इंटरनेशनल होटल में ठहरने के लिए चला गया।
कुछ समय बाद याद आया कि उनका मोबाइल ONE PLUS 11 कीमत ₹62,000 कोच में ही छूट गया है, कृपया मुझे मदद करें।
उनकी बात को सुनकर आरपीएफ ऑन ड्यूटी उपनिरीक्षक और स्टेशन मास्टर पांडे के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने-अपने तरीके से उक्त मोबाइल को सर्च करवाया गया। इस दौरान वाशिंग पिट में तैनात आरपीएफ स्टाफ के द्वारा तत्परता दिखाते हुए कोच मे पहुंचकर मोबाइल को अपने कब्जे में लिया। जिसे लेकर मेला नियंत्रण कक्ष रूम में आए। यात्री ने अपना मोबाइल देखकर अपना होना बताया। सत्यापन के लिए यात्री से लॉक को खुलवाया गया। जिसके द्वारा लॉक खोला गया। सत्यापन के उपरांत मेला नियंत्रण कक्ष ड्यूटी रूम में ही उपनिरीक्षक और टीआई एसएम विजय कुमार पांडे के द्वारा मोबाईल को उन्हें सुरक्षित सुपुर्द किया गया। इसको लेकर यात्री ने खुशी व्यक्त करते हुए रेल प्रशासन तथा आरपीएफ को विशेष रूप धन्यवाद ज्ञापित किया।
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