✍️दीपक कुमार
गया, बिहार, 1 अगस्त 2024 – आज गया जिले के फतेहपुर प्रखंड में मगध कृषि विश्वविद्यालय सह अनुसंधान केंद्र के निर्माण की मांग को लेकर एक बड़ा जन-आंदोलन शुरू हुआ। लोधवे दक्षिणी पंचायत में आयोजित इस कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।
“मगध कृषि विश्वविद्यालय निर्माण कराओ संघर्ष समिति” के नेतृत्व में चल रहे इस आंदोलन की पृष्ठभूमि काफी पुरानी है। 1962 में नवादा के पूर्व सांसद स्व. सूर्य प्रकाश पूरी ने इस उद्देश्य के लिए 200 एकड़ जमीन दान की थी। 1998 में तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री स्व. चतुरानन मिश्रा ने इस परियोजना का शिलान्यास भी किया था। लेकिन तब से अब तक यह प्रोजेक्ट कागजों में ही अटका हुआ है।
समिति के संयोजक प्रो. विजय कुमार मिट्ठू ने बताया, “झारखंड के अलग होने के बाद मगध क्षेत्र में कृषि विकास के लिए यह विश्वविद्यालय बेहद जरूरी है। हमने कई बार केंद्र और राज्य सरकार को ज्ञापन दिया है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।”
आज के कार्यक्रम में प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के नाम एक हस्ताक्षरित ज्ञापन भी भेजा। समिति के संरक्षक डॉ. गगन कुमार मिश्रा ने कहा, “हम चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर रहे हैं और तब तक जारी रखेंगे जब तक विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो जाता।”
यह आंदोलन मगध क्षेत्र के कृषि विकास और शैक्षिक उन्नति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। स्थानीय किसानों और छात्रों ने इस पहल का स्वागत किया है। अब देखना यह है कि सरकार इस जन-आकांक्षा पर कैसे प्रतिक्रिया देती है।
इस अवसर पर उपस्थित मगध कृषि विश्वविद्यालय निर्माण कराओ संघर्ष समिति के संयोजक प्रो विजय कुमार मिट्ठू, संरक्षक डॉ गगन कुमार मिश्रा, सह संयोजक बालमुकुंद पांडेय, पंकज कुमार पंकज, बुलंद अख्तर, अरविंद कुमार, बैजनाथ सिंह, राज करण सिंह, राम लखन प्रसाद यादव, विकासकुमार, सद्दाम सहाब, उधव सिंह, मंजू देवी, सुरेंद्र शर्मा, आफताब खान, कृष्णा देव कुमार, प्रयाग यादव, रामस्वरूप सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
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