केंद्रीय विद्यालय में स्वामी विवेकानंद की जीवनी,संघर्ष तथा विचारों से छात्रों को अवगत कराया गया

✍️देवब्रत मंडल

उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए।’ ये विचार हैं स्वामी विवेकानंद के जो आज की युवा पीढ़ी को नई उर्जा और रचनात्मकता से भर देते हैं।प्रतिवर्ष 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती को ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-1, गया में भी राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न गतिविधियों को उनके थीम के साथ छात्रों के मध्य आयोजित कराया गया। इनमें मैराथन दौड़, संगीत प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर मेकिंग, योगा-सह-मेडिटेशन सेशन, स्टूडेंट एंकर,स्टूडेंट गेस्ट इत्यादि रुचिकर गतिविधियों का आयोजन किया गया। जिनमें छात्रों ने पूरे जोश व उत्साह के साथ भाग लिया। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य अशोक कुमार गुप्ता’ ने दीप प्रज्ज्वलन किया तथा शिक्षक व छात्रों द्वारा स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। कार्यक्रम में छात्रों को योगाभ्यास, मेडिटेशन कराया गया व विडियो दिखा कर स्वामी विवेकानंद की जीवनी, संघर्ष तथा विचारों से छात्रों को अवगत कराया गया। प्राचार्य ने छात्रों को अपने लक्ष्य के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि- हमारे युवा उर्जावान तथा रचनात्मक है, वे अपनी क्षमता का उचित उपयोग करके नए विचार, नयी उर्जा, नयी कल्पना और उत्साह के साथ अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते हैं और एक समर्थ तथा मजबूत राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं।