✍️देवब्रत मंडल
शराब माफियाओं के तंत्र की एक कहानी भी अजीब है। जिसका पर्दाफाश करते हुए आबकारी विभाग की टीम ने ये तो तय कर दिया कि बगैर लाइनर के शराब बिहार में नहीं आ सकती है। गया जिला उत्पाद विभाग की टीम ने बिहार में शराब के अवैध कारोबार करने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश किया है।
लाइनर की भूमिका अहम होती है
इस धंधे में लाइनर की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। जो पल पल की रिपोर्ट शराब लेकर चलने वाले लोग और इसके माफियाओं तक पहुंचाने का काम करता है। तब जाकर लंबी दूरी तय करने के बाद शराब की खेप बिहार में पहले किसी एक जगह पर पहुंचती है। इसके बाद फिर कहीं और पहुंच रही है।
नहर पर पहुंचे ही थे कि दबोच लिया गया
गया जिला के उत्पाद विभाग की टीम ने शेरघाटी के ननकुप्पा नहर पर एक वाहन से लाई जा रही भारी मात्रा में विदेशी शराब की खेप ही केवल नहीं पकड़ा है बल्कि इस अवैध धंधे में शामिल चार लाइनर समेत कुल छह लोगों को पकड़ने में कामयाब रही है।
लाइनर जो पकड़े गए, इसमें दो गया का
औरंगाबाद और गया जिले के चार लाइनर पकड़े गए। जिसमें दो औरंगाबाद जिले का रहनेवाला धीरज कुमार एवं राकेश कुमार है। जबकि और दो में से एक गया जिले के आंती थाना क्षेत्र का रहनेवाला मनोहर है और दूसरा बेलागंज थाना क्षेत्र का रहनेवाला श्रवण कुमार है।
कार में छिपाकर लाई जा रही थी शराब
उत्पाद विभाग की टीम इस पूरे नेटवर्क पर नजर बनाए हुए थी। जैसे ही नहर पर कार पहुंची तो टीम में शामिल रहे पदाधिकारी व जवान ने वजीरगंज के रहनेवाले संजीव कुमार और आंती थाना क्षेत्र के रहनेवाले रितिक कुमार को दबोच लिया गया। जो कार में शराब लेकर आ रहे थे।
विदेशी शराब के साथ कार व बाइक भी जब्त की गई
गया जिला के सहायक उत्पाद आयुक्त ने बताया कि टीम में शामिल उत्पाद विभाग के निरीक्षक गणेश चंद्रा, अवर निरीक्षक उमेश चंद्र राय, सहायक अवर निरीक्षक राजेश कुमार ने विदेशी शराब की 144 बोतलें बरामद करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया है। कार एवं बाइक को भी जब्त किया गया है।