बेलागंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत एनएच 83 पर फतेहपुर गांव के निकट सड़क किनारे एक शव पाए जाने की ख़बर से क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई। शव की सूचना मिलते ही बेलागंज पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल भेज दिया। मृतक की पहचान बैसाखी मांझी के 38 वर्षीय पुत्र राजेश मांझी के रूप में हुई है। शुक्रवार की शाम से राजेश गायब था। शुक्रवार की शाम को ईंट भट्ठे के मुंशी व ठेकेदार रिसौद गांव के संजू मांझी आया था। उसने राजेश मांझी को कहा कि मालिक तुम्हें बुलाए हैं कहकर साथ ले गया था। इसके बाद राजेश मांझी देर रात तक नहीं लौटा। इस बीच शनिवार की सुबह को उसका शव फतेहपुर में फेंका हुआ मिला।
वहीं मृतक की पत्नी बताया कि शुक्रवार की शाम भट्ठा का मुंशी और लेवर ठिकेदार रिसौद गांव निवासी संजू मांझी भट्ठा पर मेरे पति राजेश मांझी को बुलाकर यह कह कर ले गया था कि चलो मालिक तुमको बुलाए हैं। जिसके बाद रात भर मेरे पति वापस नहीं आए तो हमें लगा मालिक के घर हीं रह गए होंगे। शनिवार की सुबह लोगों ने दलेलचक के सुधीर यादव द्वारा फोन किया गया कि आपके पति का शव फतेहपुर के सामने फेका हुआ मिला है। घटना के संबंध में थानाध्यक्ष विनय कृष्ण कुमार ने बताया कि मृतक के शव की पहचान कर ली गई है। मृतक की पत्नी ने ईट भट्ठा के मुंशी और लेवर ठिकेदार पर अपने पति की हत्या का आरोप लगाया है।
वहीं वरीय पुलिस अधीक्षक, गया ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, डॉग स्क्वाड की टीम को घटनास्थल के निरीक्षण हेतु भेजा। इस कांड की जांच के लिए पुलिस उपाधीक्षक (विधि व्यवस्था), गया के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया है, जिसमें थानाध्यक्ष बेलागंज, अन्य पुलिस पदाधिकारी, सशस्त्र बल और तकनीकी शाखा, गया के कर्मी शामिल हैं। अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु आसूचना संकलन और तकनीकी अनुसंधान जारी है। बेलागंज थाना द्वारा इस कांड को दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने इस मामले में जल्द से जल्द सफलता प्राप्त करने का संकल्प लिया है।