पत्रकारों ने प्रेस क्लब भवन खुलनवाले की किया मांग
गया जिला समाहरणालय में पीरामल फाउंडेशन के द्वारा पत्रकारों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में जिले के कई पत्रकार बंधु शामिल हुए। पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम डायरेक्टर संजय सुमन ने बताया कि पीरामल स्वास्थ्य एक राष्ट्रीय स्तर की संस्था है जो पुरे देश में सरकार के साथ मिलकर कार्य कर रही है। साथ ही बिहार में भी राज्य सरकार के साथ स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण आदि सभी विभागों के साथ मिलकर कार्य कर रही है। फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य यह है कि सरकार की ओर से जो भी योजनाएं चल रही हैं उनकी जानकारी समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को मिल सके। इस पर पत्रकारों से भी सुझाव मांगा गया। साथ ही सभी पत्रकारों की सहमति से जिला स्तरीय मीडिया फोरम का गठन किया गया। इस मौके पर पीरामल फाऊउंडेशन के मीडिया के राज्य प्रतिनिधि शैलेन्द्र सिंह, प्रमंडलीय प्रबंधक अभिनव कुमार, प्रकाश गुप्ता, एसपीएल, अरुण कुमार, पीएल, विजय कुमार, पीएल आदि उपिस्थित थे।
श्री सुमन ने बताया कि यह संस्था 2008 से पूरे देश में चल रही है। यह संस्था देश के साथ -साथ राज्य के हर जिले में सर्वांगीण विकास के लिए पिरामल फाऊंडेशन 6 चैनल को लेकर एक ऐसा फोरम बना रही है जो सब एक साथ मिलकर जिले का विकास में सहयोग करेंगे। इसी के तहत गया में 6 चैनल का एक फोरम तैयार किया जा रहा है जिसमें युवा, मीडिया, एनजीओ, एसएचजी, पीआरआई और धर्म गुरों आदि उक्त चैनल में शामिल होंगे। साथ ही गया जिले में चार आकांक्षी ब्लॉक है जहां भी मीडिया फोरम तैयार किया जा चुका है।
प्रमंडलीय प्रबंधक अविनव ने बताया कि संस्था का मानना है कि जब तक ये सभी चैनल एक प्लेटफॉम पर नहीं आएंगे तब तक जिले का संर्वार्गिण विकास में तेजी नहीं आएगी। इसी को देखते हुए आज फाउंडेशन द्वारा मीडिया के साथ एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें पत्रकारों को हाईपर लोकल चैनलों के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही उनसे सुझाव भी मांगा गया जिसपर सभी लोग मिलकर अमल करेंगे।
वहीं पत्रकारों ने कहा कि पत्रकारों के लिए जिले में बैठने की व्यवस्था तो है लेकिन वह बंद पड़ा हुआ है। इस पर संस्था की ओर से कहा गया की भविष्य में पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिलेगा और उनसे पत्रकार भवन खुलवाने की निवेदन करेगा। ताकि सरकार की ओर से जो भी योजनाएं चल रही हैं उनकी पूरी जानकारी यहां से उपलब्ध हो सके। साथ ही एक बेहतर और पोजेटिव खबर लिखने में एक दूसरे का सहयोग कर सके। इसी कड़ी में आज पत्रकारों का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया।