गया में एम्स की तर्ज पर अस्पताल और कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना की ओर बढ़े कदम, स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर मंत्री जीतनराम मांझी ने की मांग

✍️देवब्रत मंडल

गया के सांसद केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा से दिल्ली निर्माण भवन स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात कर बिहार में केंद्रीय कैंसर संस्थान और गया में एम्स (AIIMS) की स्थापना को लेकर मुलाकात कर मांग की। मंत्री श्री मांझी ने कहा कि गया जिला जो उग्रवाद से प्रभावित है तथा यहां अधिक संख्या में सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोग जीवन यापन हेतु दैनिक रूप से संघर्षरत रहते हैं ऐसी स्थिति में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) जैसे आधुनिक चिकित्सा संस्थान के अभाव में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य, संघर्षरत जन सामान्य को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वर्तमान में बिहार राज्य में पटना में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान संचालित है परंतु गया क्षेत्र विशेष रूप से ध्यानाकर्षण योग्य है। क्योंकि यह उग्रवाद से गंभीर रूप से प्रभावित रहा है तथा बिहार, झारखंड की सीमा पर अवस्थित होने के कारण यह दोनों राज्यों के जरूरतमंद व अस्वस्थ जन सामान्य के लिए जीवन उपयोगी प्रमाणित होगा। इस पर सहमति व्यक्त करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आश्वस्त करते हुए कहा कि जल्द ही यह दोनों कार्य धरातल पर उतारे जाएंगे। हम पार्टी के गया जिलाध्यक्ष नारायण प्रसाद मांझी ने इस पर पूरे जिलेवासियों की ओर से और पूरे गठबंधन के साथियों की ओर से मंत्री जीतनराम मांझी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि निश्चित तौर पर गया के लोगों के लिए और गरीबों के लिए यह मिल का पत्थर साबित होगा। मौके पर मुकेश चौधरी, दीना मांझी, शंकर मांझी, आयुष पासवान, दिवाकर सिंह, पंकज सिंह, सुषमा दांगी, सुधीर यादव, विजय कुमार, सुनील कुमार मांझी, रामसनेही मांझी, राकेश कुमार, विनय कुमार, उमेश दास आदि उपस्थित थे।

मंत्री जीतन राम मांझी ने केंद्रीय मंत्री जे.पी. नडडा को बताया है कि वे जिस संसदीय क्षेत्र गया(सु.) का प्रतिनिधित्व करता हूं जो उग्रवाद से प्रभावित है। यहां अत्यधिक संख्या में सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लोग जीवनयापन के लिए संघर्षरत रहते हैं। ऐसी स्थिति में श्री मांझी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा को बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) जैसे एक और अत्याधुनिक संस्थान गया जिले में स्थापना समय की जरूरत है।

इधर, बिहार राज्य कुष्ठ कल्याण समिति के प्रदेशाध्यक्ष पूर्व वार्ड पार्षद डॉ. विनोद कुमार मंडल ने कहा है कि पिछले दिनों उन्होंने गया जिलापदधिकारी से मुलाकात कर गया में एम्स की तर्ज पर एक अस्पताल खोलने की मांग की है। श्री मंडल ने बताया कि गया जिले में गौतम बुद्ध कुष्ठ आश्रम सह अस्पताल की काफी जमीन है। जो गया-पटना एनएच 83 पर कंडी नवादा में मुख्य मार्ग पर है। जिसका रकवा करीब 12 एकड़ से अधिक है। वहीं कुष्ठ अस्पताल जिस भूखंड पर संचालित है, इसका भी रकवा करीब 3 एकड़ से अधिक है। यहां भी काफी लंबी चौड़ी जमीन खाली पड़ी हुई है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री श्री मांझी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए मांग की है कि इन दोनों जगहों पर कैंसर इंस्टीट्यूट और एम्स की तर्ज पर एक अस्पताल की स्थापना की जा सकती है। इसके लिए जमीन पर्याप्त है। श्री मंडल ने कहा कि यदि यहां कैंसर इंस्टीट्यूट और एम्स की स्थापना की जाती है तो सरकार को भूमि अधिग्रहण करने की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वहीं सालों से बेकार पड़े इन दोनों जगहों पर खाली भूखंड इस तरह के नेक काम के लिए उपयोगी साबित होगा।