देवब्रत मंडल
गया के रेलवे कॉलोनियों के कर्मचारी आवासों में अनाधिकृत रूप से कब्जा कर रह रहे लोगों के लिए एक बुरी खबर है। ऐसे लोगों के विरुद्ध रेलवे अब बड़ी कार्रवाई करने की योजना बनाई है। इस अभियान के तहत रेलवे के धनिया बागीचा कॉलोनी में ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन, आरपीएफ, विद्युत विभाग, अभियंत्रण विभाग की टीम ने सर्वे करते हुए कई कर्मचारी आवासों के बिजली व पानी का कनेक्शन काट दिया। टीम को देखते ही अनाधिकृत रूप से रह रहे कई लोग अपने अपने आवास में ताला लगाकर भाग खड़े हुए। इस टीम में शामिल यूनियन के वरीय नेता मुकेश सिंह के अलावा अभियंत्रण विभाग के वरीय प्रशाखा अभियंता आईओडब्ल्यू वाई. पी. शर्मा, विद्युत विभाग के वरीय प्रशाखा अभियंता सी. रजक तथा आरपीएफ़ के उपनिरीक्षक संजय सिंह के अलावा काफी संख्या में बल के जवान शामिल थे।
सर्वे सह औचक निरीक्षण करने गई टीम में शामिल एक प्रशाखा अभियंता ने बताया कि धनियाबाग़ीचा रेलवे कॉलोनी के करीब 112 कर्मचारी आवासों की जांच की गई। करीब 50 से अधिक वैसे आवास पाए गए जिसमें अनाधिकृत और बाहरी व्यक्तियों का कब्जा है। ऐसे आवासों का बिजली और पानी का कनेक्शन काट दिया गया है। जिसकी रिपोर्ट सहायक मंडल अभियंता के माध्यम से डीडीयू मंडल मुख्यालय भेजा जाएगा।
बता दें कि ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की गया शाखा के पदाधिकारी विभिन्न रेलवे कॉलोनियों के कर्मचारी आवासों की समस्याओं को लेकर पत्राचार करते रहे हैं। यूनियन का मानना है कि अवैध तरीके से कर्मचारी आवासों में रहने वाले लोगों के कारण वास्तविक कर्मचारियों को काफी असुविधा होती है। उनके आवासों की मरम्मत और अन्य समस्याओं को लेकर मंडल मुख्यालय में स्थायी तंत्र वार्ता(पीएनएम) में मुद्दा उठाया जाता रहा है। क़वाटर नंबर 240 के ई, एफ, जी और एच को सील और ताला लगा पाया गया। 224 सी और डी का बिजली पानी काटा गया है। इसके अलावा कई कर्मचारी आवासों के बिजली और पानी काटा गया है। रेल प्रशासन की ओर से बताया गया कि सोमवार को पुनः सर्वे सह निरीक्षण किया जाएगा।