देवब्रत मंडल
गया-कोडरमा ग्रैंडकॉर्ड रेलखंड पर बुधवार की अल सुबह ट्रेन की चपेट में आई युवती की पहचान हो गई है। जिसकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। बता दें कि सूचना मिलते ही आरपीएफ उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि युवती संजय नगर शिव गली की रहने वाली है। जिनके पिता गया शहर के अग्रवाल एंड संस नामक कपड़े की दुकान में कार्य करते हैं। स्थानीय लोगों की माने तो युवती ने आत्महत्या की कोशिश की है। जबकि परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि सुबह टहलने के लिए निकली थी और ट्रेन की चपेट में आ गई। जबकि कुछ लोग बता रहे हैं कि मानपुर की ओर से गया जंक्शन की ओर आ रही एक मालगाड़ी की चपेट में आने से यह हादसा नार्थ आउटर सिग्नल के पास बागेश्वरी गुमटी के नजदीक बंगला स्थान मोहल्ले के पास हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस स्थान पर तीसरी रेल लाइन के पास कुछ महिलाएं बैठी हुई थीं। उसी वक्त एक युवती आई और कुछ पल बैठी। एक महिला युवती से जानना भी चाही कि कहां की रहनेवाली हो और इधर किस लिए आई है। इसी बीच मानपुर की तरफ अप लाइन पर आ रही एक मालगाड़ी के आगे कूद गई। जिसकी चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसकी सूचना स्थानीय लोगों ने आरपीएफ़ को दी। आरपीएफ मौके पर पहुंची और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गई। आरपीएफ के पोस्ट प्रभारी अजय प्रकाश ने बताया कि सूचना मिलते ही सेक्टर में तैनात आरपीएफ़ के जवानों ने तुरंत घायल युवती को ई रिक्शा से रेलवे अस्पताल ले गए। यहां प्राथमिक उपचार कराने के बाद अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल ले गए। उन्होंने बताया कि युवती के पिता का नाम जितेंद कुमार है। जो अग्रवाल एंड संस नामक वस्त्र की दुकान में कई वर्षों से कार्य करते हैं। घायल युवती तीन बहनों में सबसे छोटी है। इंस्पेक्टर अजय प्रकाश ने बताया कि युवती का एक हाथ इस घटना में कट गया है। रक्तस्राव अधिक न हो जाए, इसको लेकर जवानों ने देरी न करते हुए अस्पताल ले गए। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है।
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