देवब्रत मंडल
वैसे तो योगगुरु के रूप में विश्व भर में कई नाम चर्चित हैं लेकिन जिस उम्र में कोई बच्चा अपनी मां के आंचल से दूर नहीं रचना चाहता है उस उम्र में गया का यह रुद्र योगासन में महारथ हासिल कर राष्ट्रीय स्तर का मेडल प्राप्त कर चुका है। रुद्र की उम्र महज अभी 12 साल ही हुए हैं लेकिन 8 साल के ही उम्र में योग के कई आसन कर योगासन की दुनियां में अपना झंडा बुलंदियों पर फहरा रहा है। लोग ज्ञान की भूमि पर रुद्र का योगी अवतार मानते हैं। अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल बुद्ध की पावन धरा बोधगया के 12 वर्षीय के रुद्र का योग देख हर कोई हो अचंभित है। इस उम्र में रुद्र 150 से अधिक योगासन कर लेता है। इसके बदन में मानो हड्डी ही नहीं है। योग के जरिए अपने शरीर को रबर की तरह मोड़ लेता है। योगा में अबतक कई उपलब्धियों को अपने नाम कर चुका है।
महज 12 साल की उम्र और 150 से अधिक योगासन
गया जिले के बोधगया का रहने वाला रुद्र प्रताप सिंह की उम्र महज 12 साल होगी। इतनी कम उम्र में ही 150 से अधिक योगासन में महारथ हासिल कर चुका है। वैसे तो कई आसन हैं योगा में। शीर्षासन, चक्रासन, मकरासन, धनुरासन, भुजंगासन, विपरीत नौकासन, मयूरासन, सूर्य नमस्कार आदि कई योगासन में महारथ हासिल कर चुका है।
पिता से सीखा है योगा और सोशल मीडिया का भी योगदान
रुद्र के पिता राकेश सिंह प्राइवेट स्कूल के शिक्षक हैं। ये बताते हैं कि रुद्र को योग का प्रशिक्षण किसी और ने नहीं बल्कि उन्होंने ने ही दी है। कहा कि रुद्र सोशल मिडिया से भी योगा सीखा है। आज 150 से भी अधिक योगासन आसानी से कर लेता है। योग के दौरान वह अपने शरीर को रबर की तरह जैसा चाहे वैसा वह आकृति बना लेता है।
कई गोल्ड और सिल्वर मेडल हासिल कर चुका है रुद्र
योगा और स्केटिंग में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेकर राष्ट्रीय स्तर के कई मेडल जीत चुका है। 8-12 वर्ष के आयुवर्ग की प्रतियोगिता में रुद्र राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्णपदक जीत चुका है।आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस(21जून) पर रुद्र योगा के जरिए विश्व को स्वस्थ रहने का संदेश दिया है। रुद्र का कहना है कि सभी लोगों को योगाभ्यास करना चाहिए। योग करने से हम स्वस्थ रहेंगे तभी समाज, अपना देश और अखिल विश्व स्वस्थ रहेगा।
रुद्र का है सपना, स्वस्थ हो अखिल विश्व अपना
रुद्र का सपना है कि वह ओलंपिक में मेडल जीतने का। ऐसा कर रुद्र देश दुनियां को बता सके कि योगा के जरिये हम कैसे स्वस्थ रह सकते हैं और देश दुनियां के लोगों को योगाभ्यास के लिए प्रेरित कर सकें। इसलिए वह इसी सपने को पूरा करने के नित्य नियमित रूप से योगाभ्यास और स्केटिंग कर रहा है।
छोटी की उम्र में हीं रुद्र योग और स्केटिंग में कई उपलब्धियां हासिल कर चुका है ।रुद्र गया में नन्हा योग गुरु के नाम से काफी मशहूर है।इन्हे गया का बाबा रामदेव कहा जाता है ।