देवब्रत मंडल
गया जिले के नगर प्रखंड के चंदौती थाना क्षेत्र के हब्बीपुर गांव के रहने वाले अग्निशमन विभाग के वाहन चालक की मौत सोमवार की देर शाम मधुबनी में हो गई थी। जिनका पार्थिव शरीर मंगलवार की शाम गांव पहुंचा। देर शाम उनकी अंतिम यात्रा गांव से निकाली गई। पूरे सम्मान के साथ अंतिम यात्रा निकली। जिसमें पूरा गांव मोमबत्तियां जलाकर शव के साथ चल रहे थे। जिसमें शामिल लोग ललन प्रसाद अमर रहे के नारे लगा रहे थे।
इसके पहले मधुबनी में पूरे सम्मान के बाद विभाग के लोगों ने अंतिम विदाई दी। इस दुःखद घटना की खबर हब्बीपुर गांव में आते ही मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव वालों ने इस दुःखद घटना के बाद होली पर्व नहीं मनाया। मृतक के घर में उनकी पत्नी और पुत्र पुत्रियों का रो रोकर हाल बुरा है। मधुबनी के सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव गया लाया गया।
परिजनों ने बताया कि सोमवार को चालक ललन प्रसाद के पेट में दर्द शुरू हुआ, इसके बाद उनका पेट फूलने लगा और स्थिति नाजुक होती चली गई। इस बात की जानकारी जब विभाग के लोगों को हुई तो आनन फानन में उन्हें मधुबनी के सरकारी अस्पताल में ले जाने लगे लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि होली पर्व को लेकर उनकी ड्यूटी लगाई गई थी।
मृत चालक फायरमैन ललन प्रसाद की उम्र 35 वर्ष के आसपास थी। 2019 में ट्रेनिंग पूरा कर लेने के बाद ललन प्रसाद मधुबनी जिले के अग्निशमन विभाग में योगदान दिया था। इस बार होली में छुट्टी नहीं मिली थी इसलिए अपने गांव नहीं आ सके थे। उनके पार्थिव शरीर को देर शाम गया लाया गया और अंतिम संस्कार गया के विष्णुपद श्मशान घाट पर किया गया। मृतक की पत्नी शीला कुमारी का रो रोकर बुरा हाल है। वहीं मृतक चालक के पांच छोटे छोटे बच्चे हैं। जिसमें सबसे बड़ी बेटी नेहा, जुली, ज्योति और जानू और एकमात्र पुत्र बिट्टू है।