बोधगया – विश्व प्रसिद्ध महाबोधि मंदिर परिसर में स्थित पवित्र बोधिवृक्ष, जो बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, एक बार फिर वैज्ञानिक जांच के केंद्र में रहा। रविवार को भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद (आईसीएफआरई) की महानिदेशक डॉ. कंचन देवी ने अपनी विशेषज्ञ टीम के साथ इस ऐतिहासिक वृक्ष का गहन निरीक्षण किया।
वन अनुसंधान संस्थान देहरादून, जो पिछले कई वर्षों से इस पवित्र वृक्ष की देखभाल कर रहा है, ने हाल ही में बोधिवृक्ष को पूर्णतया स्वस्थ घोषित किया है। यह घोषणा महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति को एक आधिकारिक प्रमाण पत्र के रूप में दी गई है।
हालांकि, वृक्ष की महत्ता को देखते हुए, वैज्ञानिक कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। प्रतिवर्ष, संस्थान के विशेषज्ञ बोधगया की यात्रा करते हैं और वृक्ष पर रासायनिक उपचार करते हैं, जो इसकी दीर्घायु और स्वास्थ्य सुनिश्चित करने में मदद करता है।
डॉ. कंचन देवी ने कहा, “यह वृक्ष न केवल एक जीवित वनस्पति है, बल्कि लाखों लोगों की आस्था का प्रतीक भी है। इसकी देखभाल हमारा परम कर्तव्य है।” यह वार्षिक निरीक्षण बौद्ध समुदाय और पर्यावरणविदों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है, जो इस अनमोल धरोहर के संरक्षण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।