गया: बुधवार को झारखंड के चतरा में नक्सली हमले में शहीद सिकंदर सिंह का पार्थिव शरीर गुरूवार की दोपहर उनके गांव गया जिले के वजीरगंज प्रखंड के खिरियावा पहुंचा। जहां सिकंदर सिंह को उनके पैतृक गांव में गया पुलिस के द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। गुरुवार की दोपहर गांव में पार्थिव शरीर पहुंचते ही सिकंदर सिंह अमर रहे कि नारे से पूरा क्षेत्र गुंजायमान रहा। सिकंदर सिंह की अंतिम झलक पाने के लिए हजारों की तादाद में लोग उनके गांव पहुंचे। मौके पर मौजूद ग्रामीण नक्सलियों की इस करतूत पर नाराज दिखे। वहीं गांव के वीर सपूत के चले जाने के कारण लोगों की आंखें भी नम रही। सिकंदर सिंह को वजीरगंज कैंप डीएसपी सतीश कुमार के नेतृत्व में गया पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद उनका दाह संस्कार किया गया।
2006 में किया था झारखंड पुलिस ज्वाइन
सिकंदर सिंह 2006 में झारखंड पुलिस को ज्वाइन किया था। पिछले काफी दिनों से अपने परिवार के साथ रांची में रह रहे थे। परंतु गांव से उनका लगाव सदा बना रहा। वह अपने गांव हर माह आते थे। चाचा चाची एवं अपने यार दोस्तों से भी जरूर मिलते थे। सिकंदर सिंह के परिवार में पत्नी के अलावा एक पुत्र एवं एक पुत्री है। गौरतलब हो कि झारखंड के चतरा जिले में बुधवार को नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षाबलों के एक दस्ते पर घात लगाकर हमला किया था। घटना में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबकि तीन अन्य जवानों को गोली लगी। घटना चतरा सदर थाना क्षेत्र के बैरियो जंगल में हुई, जहां पुलिस और सुरक्षाबल अफीम विनष्टीकरण और नक्सल विरोधी अभियान पर निकले थे। शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नाम सिकंदर सिंह और सुकन राम हैं, जो क्रमशः बिहार के गया और झारखंड के पलामू जिले के रहने वाले थे। घायल हुए जवानों में आकाश सिंह, संजय लुगून और कुष्णलाल हाजरा शामिल हैं, जो पलामू, चाईबासा और गिरिडीह जिलों के निवासी हैं।