लोगों ने कहा- यदि इसी तरह लापरवाही बरती जाती रही तो कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
गया-पटना रेलखंड पर इन दिनों रेल पथ मरम्मती का काम द्रुत गति से चल रहा है। वहीं लापरवाही भी साथ साथ बरती जा रही है। ये लापरवाही कब हादसा में बदल जाए कहा नहीं जा सकता है। इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा ये तो हादसे के बाद ही पता चलेगा। ईश्वर न करे कि कोई हादसा हो पर जो लापरवाही का आलम है उसे क्या कहा जाए।
गुरुवार को दोपहर बाद एक बार फिर इस रेलखंड पर हादसा होने से बच गया। ये शुक्र है कि ट्रेन के चालक ने दूर से ही स्थिति को भांप लिया और गति को नियंत्रित कर लिया। गया जंक्शन से खुल कर पटना जा रही 03340 गया-पटना मेमू स्पेशल ट्रेन के चालक ने पहले तो रेल पटरी पर फंसे ऑटो रिक्शा के कुछ दूर पहले रोक लिया। फिर धीरे धीरे ट्रेन को 63/बी समपार फाटक के पास फंसे ऑटो रिक्शा के नजदीक से गुजरी। जब ट्रेन आगे निकल गई तो कई लोगों ने मिलकर फंसे ऑटो रिक्शा को निकाल दिया। लोगों ने बताया हालांकि ट्रेन आने के पहले से ही ऑटो फंसा हुआ था और निकालने की कोशिश लोग कर रहे थे लेकिन इस बीच ट्रेन गया जंक्शन से खुल चुकी थी। फाटक दोनों ओर से खुला हुआ था। आगे पीछे कई वाहन भी इस फंसे ऑटो रिक्शा के कारण जाम में सड़क के दोनों ओर फंसे हुए थे।
बता दें कि बुधवार को भी इसी स्थान पर एक ऑटो रिक्शा रेलपथ के करीब आ चुका था और फाटक हो गया बंद था। गया जंक्शन से खुलकर पटना जा रही 03270 गया-पटना मेमू ट्रेन इसी समपार फाटक के पास फंसे वाहन के काफी करीब से गुजर गई थी। जिस पर यात्री भी सवार थे। शुक्र था कि हादसा नहीं हुआ। लगातार दूसरे दिन हुई इस तरह की घटना के बाद आसपास के लोग और इस सड़क सह समपार फाटक से गुजरने वाले ये कहने लगे हैं कि यदि इसी कदर लापरवाही बरती जाती है तो किसी भी वक्त हादसा हो सकता है।
देवब्रत मंडल