गया जिले के धंगाई थाना क्षेत्र में एक विचलित करने वाली घटना सामने आई है जहां एक नवविवाहिता की निर्मम हत्या कर दी गई। 19 वर्षीय प्रिती कुमारी का विवाह गत 11 मार्च को धूमधाम से गुड्डू कुमार से हुआ था। लेकिन शादी के महज तीन महीने बाद ही उसकी जीवन लीला समाप्त हो गई।
मृतका के पिता कृष्णा यादव के अनुसार, गुड्डू और उसके परिवार वालों ने शादी से पहले बुलेट मोटरसाइकिल की मांग की थी। जब यह मांग पूरी नहीं हुई तो उन्होंने प्रिती को यातनाएं देना शुरू कर दिया। अंततः उसकी हत्या कर दी गई। घटना के बाद गुड्डू और उसके परिजन फरार हो गए।
यह पूरा मामला दहेज प्रथा की घिनौनी करतूत को उजागर करता है। लालच और पाशविक स्वभाव के कारण एक निर्दोष जीवन बलिदान हो गया। प्रिती के पिता कृष्णा यादव काफी दुखी हैं और न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
देश भर में शायद ही वो दिन देखने को मिलता है जिस दिन दहेज लोभी दहेज की बलिवेदी पर बेटियों को भेंट नही चढ़ाता हो। इससे भी बड़ी विडंबना ये है की ऐसे दहेज लोभी हमारे इसी समाज के बीच से निकलकर ऐसे घृणित कार्य को अंजाम दे रहे है। समाज को इस घटना से सबक लेना चाहिए। दहेज लेना-देना दोनों ही अपराध हैं। नवविवाहिताओं पर अंकुश लगाना, उन्हें प्रताड़ित करना और हिंसा करना सभी निंदनीय हैं। ऐसे अपराधियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान होना चाहिए। ऐसा नहीं की हमारे देश में दहेज हत्या और उत्पीड़न के खिलाफ कानून न बना हो। जरूरत है ऐसे नियमो को ईमानदारी के साथ पालन करवाना। इसके साथ ही, लोगों में जागरूकता फैलानी होगी कि शादी एक पवित्र बंधन है, व्यापार नहीं।