देवब्रत मंडल
गया संसदीय क्षेत्र के लिए 24 जून 2024 की तारीख एक ऐतिहासिक दिन बन गया। जब भी गया संसदीय क्षेत्र के लिए कोई कुछ लिखना चाहेगा तो आज की तारीख के बिना अपूर्ण रहेगा। कहते हैं कि कब कौन ‘तारणहार’ बनकर सामने आ जाएंगे, ये किसी को पता नहीं होता। वैसे तो गया संसदीय निर्वाचन क्षेत्र भारत में गणतंत्र की स्थापना काल से चुनाव होते आ रहे हैं। कोई न कोई सांसद बने हैं। यह पहला मौका मिला है कि गया का कोई सांसद केंद्रीय मंत्री बने। 18 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में जीतनराम मांझी केवल जीत ही दर्ज नहीं की बल्कि इस जीत ने गया के संसदीय क्षेत्र के लिए इतिहास रच दिए।
थार मरुस्थल पर दूब उगाने में कामयाब हुए
केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने 24 जून को नए संसद भवन में एक सांसद के साथ साथ मंत्री पद के लिए भी संविधान को साक्षी मानकर गोपनीयता की शपथ ली। इतिहास के पन्ने को पलट कर देखा जाए तो इनके पहले किसी सांसद को मंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ था। यह गया जिलेवासियों के लिए हर्ष से अधिक गौरव की बात है। गया संसदीय क्षेत्र बिना मंत्री के थार (मरुस्थल) की तरह ही था। जिस पर एक ‘दूब’ उगाने में सांसद जीतनराम मांझी कामयाब हुए।
स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा नाम
इतिहास के पन्ने पर स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा मंत्री जीतनराम मांझी का नाम। सरकारें आती जाती रहती है। बनती है, गिरती है, फिर बनती है। पूरे भारत में 2024 के लोकसभा चुनाव में 542 सांसद प्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली से चुनकर आए। श्री मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा(हम) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(एनडीए) के हिस्सा हैं। बिहार के 40 संसदीय सीटों पर हुए चुनाव में एकमात्र टिकट हम पार्टी को मिला और एक सीट पर जीत दर्ज कर एक और इतिहास कायम करने में इनके पार्टी के समर्थक, वोटर्स और एनडीए के लोग कामयाब रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुए चुनाव में जीतनराम मांझी ने एक सीट हासिल की और मंत्री भी बन गए। जैसा कि राजनीति हलकों में चर्चा है कि श्री मोदी ने कमिटमेंट किया था कि आप जीतकर आएं और हम आपको मंत्री बनाएंगे। राजनीति के इन दोनों धुरंधर अपना अपना कमिटमेंट पूरा कर दिखाया। गया की जनता को इनसे बड़ी उम्मीदें हैं। श्री मांझी पहले ही कह चुके हैं गयाजी के लिए उनके मन में जो परिकल्पना है, उसे पूरा करने और कराने से पीछे नहीं हटेंगे।
इस लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए अबतक के संसद सदस्य
- 1952: सत्येंद्र नारायण सिन्हा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (गया पूर्व)
- 1952: विजनेश्वर मिसिर, प्रजा सोशलिस्ट पार्टी
- 1957: ब्रजेश्वर प्रसाद, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
- 1962: ब्रजेश्वर प्रसाद, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
- 1967: राम धनी दास, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
- 1971: ईश्वर चौधरी, जनसंघ
- 1977: ईश्वर चौधरी, जनता पार्टी
- 1980: राम स्वरूप राम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
- 1984: राम स्वरूप राम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
- 1989: ईश्वर चौधरी, जनता दल
- 1991: राजेश कुमार, जनता दल
- 1996: भगवती देवी, जनता दल
- 1998: कृष्ण कुमार चौधरी, भारतीय जनता पार्टी
- 1999: रामजी मांझी, भारतीय जनता पार्टी
- 2004: राजेश कुमार मांझी, राष्ट्रीय जनता दल
- 2009: हरि मांझी, भारतीय जनता पार्टी
- 2014: हरि मांझी, भारतीय जनता पार्टी
- 2019: विजय कुमार मांझी, जनता दल(यूनाइटेड)
- 2024: जीतनराम मांझी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा(हम)