देवब्रत मंडल
आईआईएम बोधगया ने बिहार में निरंजना नदी के संरक्षण में अपना योगदान देने के लिए लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने हेतु एक विशेष मैराथॉन “रिवेराथॉन – सेव निरंजना” का आयोजन किया। भारतीय स्टेट बैंक द्वारा प्रायोजित इस मैराथॉन ने आईआईएम बोधगया की सीएसआर कमिटी- प्रगति द्वारा 26 से 28 जनवरी 2024 तक होने वाले आईआईएम के वार्षिक उत्सव “एलिगांते” के शुभारम्भ को चिन्हित किया। गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आशीष भारती कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे, उनके साथ भारत और दक्षिण एशिया की चिकित्सा मामलों की पूर्व प्रमुख सुश्री अनीता सिंह और आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता एस. सहाय ने मिलकर मैराथन को हरी झंडी दिखाई।एसएसपी ने निरंजना नदी के संरक्षण के महत्व और आवश्यकता पर जोर देते हुए इस पहल में अपना योगदान देते हुए स्थानीय प्रशासन को उचित प्रबंधकीय सुझाव देकर आईआईएम बोधगया के प्रोफेसरों और छात्रों से प्रतिभागिता की आशा व्यक्त की। वहीं आईआईएम बोधगया की निदेशक प्रो. विनीता एस सहाय ने “रिवेराथॉन” को निरंजना नदी के संरक्षण के प्रति जारी मुहीम को लोगों तक पहुँचाने एवं छात्रों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का एक विशिष्ट माध्यम बताया।
मैराथॉन आईआईएम बोधगया से मगध यूनिवर्सिटी के रास्ते माया सरोवर झील पहुँचने के बाद वापस आईआईएम परिसर में समाप्त हुई, जिसमें कुल 8 किमी की दूरी तय की गई। कार्यक्रम के प्रायोजक होटल ताज दरबार और एसबीआई बैंक द्वारा दौड़ के सभी चरणों में जलपान (भोजन और पेय पदार्थ) उपलब्ध कराए गए। मैराथॉन में बिहार इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट (बिपार्ड) और ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए), गया के कैडेटों सहित 600 से अधिक लोगों ने उत्साहपूर्ण भागीदारी दिखाई। संस्थान के फैकल्टी सदस्यों, कर्मचारियों और छात्रों ने बड़े उत्साह के साथ दौड़ में सक्रिय भाग लिया। सर्दी की ताज़ा सुबह में जुनून से प्रेरित व्यक्तियों के दौड़ने का दृश्य उन स्थानीय लोगों के लिए प्रेरणादायक एवं जागरूकता से भरा था, जिन्होंने प्रतिभागियों को दौड़ते हुए देखा।दौड़ में शामिल सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। आईआईएम बोधगया जल शक्ति मंत्रालय के राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की परियोजना के साथ काम कर रहा है एवं निरंजना नदी को पुनर्जीवित करने के लिए संस्थान ने कई योजना बनाई है।