गया नगर निगम के लेखा शाखा पदाधिकारी ने रेबड़ी की तरह बांट दिए करोडों रुपए एडवांस, अब गले की बन गई हड्डी

देवब्रत मंडल

नगर विकास एवं आवास विभाग के अवर सचिव राशिद इकबाल ने गया के नगर आयुक्त को एक पत्र लिखकर लेखा पदाधिकारी गौतम कुमार के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट मांगा है। वहीं सेवानिवृत्त हो चुके निगम के कई अभियंता के विरुद्ध भी कार्रवाई करने की बात कही है। मामला कई सेवानिवृत्त अभियंताओं को रेबड़ी की तरह अग्रिम राशि देने के बाद उस राशि को वसूलने का एवं उसके समायोजन का कोई प्रस्ताव नगर आयुक्त को नहीं दिए जाने से संबंधित है।

अवर सचिव ने पुरानी बात याद दिलाई

अवर सचिव ने नगर निगम्, गया के लेखा पदाधिकारी के पद पर पूर्ववर्ती गया क्षेत्रीय विकास प्राधिकार के लेखा पदाधिकारी गौतम कुमार को विभागीय पत्रांक-274 दिनांक 07.06.2023 के निदेश के आलोक में लेखा शाखा के दायित्वों से मुक्त करने एवं गया नगर निगम में एक लेखा पदाधिकारी के पदस्थापन का अनुरोध किए जाने की बात याद दिलाई है। अवर सचिव के यहां से इस आशय का पत्र 23 सितंबर 24 को जारी किया गया है। जिसमें उन्होंने गया नगर निगम के कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए कृत कार्रवाई प्रतिवेदन उपलब्ध कराने के लिए नगर आयुक्त को निदेश दिया है।

पूर्व नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने जून में लिखा था पत्र

बताया जाता है कि गया नगर निगम के पूर्व आयुक्त अभिलाषा शर्मा द्वारा पत्रांक-1564 दिनांक-10.06.2024 सरकार के पास भेजा गया था।
इसी प्रसंगाधीन पत्र द्वारा नगर निगम्, गया के लेखा पदाधिकारी के पद पर पूर्ववर्ती गया क्षेत्रीय विकास प्राधिकार के लेखा पदाधिकारी गौतम कुमार को विभागीय पत्रांक-274 दिनांक 07.06.2023 के निदेश के आलोक में लेखा शाखा के दायित्वों से मुक्त करने एवं गया नगर निगम में एक लेखा पदाधिकारी के पदस्थापन का अनुरोध किया गया था।

देखें किस अभियंताओं पर है कितना बकाया

विदित हो कि गया नगर निगम के पत्रांक-1564 दिनांक-10.06.2024 में उल्लेख किया गया है कि क्षेत्रीय विकास प्राधिकार के कनीय अभियंताओं के 10 से 12 करोड़ रूपये अग्रिम राशि की सूची दी गई थी। जिसे वसूलने का एवं समायोजन को कोई प्रस्ताव अधोहस्ताक्षरी के समक्ष उपस्थापित नहीं किया गया। जिसके कारण क्षेत्रीय विकास प्राधिकार के गया नगर निगम में समाहित कनीय अभियंता सेवानिवृत कर गये। जिसमें अजय सिंह जिनके पास लगभग 40 लाख और अक्षय कुमार जिनके पास लगभग 48 लाख, मनोज कुमार के पास एक करोड़, बिनोद प्रसाद के पास भी लगभग एक करोड रूपये अग्रिम राशि गया क्षेत्रीय विकास प्राधिकार में गौतम कुमार, लेखा पदाधिकारी के पद पर रहते हुए दिया गया था।

इन सभी के विरुद्ध होनी है कार्रवाई

पत्र के अनुसार जो अब तक लंबित है। लेखा शाखा एवं कनीय अभियंता को अग्रिम राशि वसूलने का निर्देश दिये जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गयी। ऐसे में विभाग के सचिव ने नगर आयुक्त से अनुरोध किया है कि गौतम कुमार, लेखापाल एवं अन्य दोषी कर्मी यथा कनीय अभियंता, क्षेत्रीय विकास प्राधिकार, अजय सिंह, अक्षय कुमार, मनोज कुमार एवं विनोद कुमार के विरूद्ध नियमानुकूल अनुशासनिक एवं अन्य संगत कार्रवाई करते हुए कृत कार्रवाई प्रतिवेदन विभाग को उपलब्ध कराया जाय।