बोधगया – शनिवार को महाबोधि मंदिर परिसर में एक अभूतपूर्व दृश्य देखने को मिला, जब भारत पर्यटन विभाग और Incredible India Tourist Facilitators ने मिलकर “स्वच्छता ही सेवा 2024” अभियान के तहत एक विशाल सफाई अभियान चलाया। इस पहल का उद्देश्य न केवल मंदिर की पवित्रता को बनाए रखना था, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता भी फैलाना था।
अभियान में भारत पर्यटन विभाग, एबीटीओ, आईआईटीटीएम बोधगया के प्रतिनिधियों और स्थानीय IITF फैसिलिटेटर्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। श्री अजीत लाल, श्री कलेश बाबू, श्री सुलेश, जैकी और अमर सिंह जैसे प्रमुख व्यक्तियों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी महत्वपूर्ण बना दिया।
इस अवसर पर बोलते हुए, अमर सिंह जी ने स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “स्वच्छता केवल एक कर्तव्य नहीं, बल्कि हमारी आध्यात्मिक और सामाजिक जिम्मेदारी है। पितृपक्ष के इस पावन समय में, मैं सभी श्रद्धालुओं से आग्रह करता हूं कि वे इस ऐतिहासिक धरोहर को स्वच्छ रखने में अपना योगदान दें।”
उन्होंने “स्वभाव स्वच्छता” और “संस्कार स्वच्छता” की अवधारणाओं पर जोर देते हुए लोगों से अपील की कि वे इन मूल्यों को अपने जीवन में उतारें।
अभियान के दौरान मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में गहन सफाई की गई। इस पहल में स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो इस बात का प्रमाण है कि समुदाय अपने सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के प्रति कितना जागरूक है।
यह अभियान भारत पर्यटन विभाग की उस व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों को स्वच्छ, सुरक्षित और आकर्षक बनाए रखना है। इस तरह की पहल न केवल स्थानीय पर्यावरण को लाभ पहुंचाती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के बीच भारत की छवि को भी बेहतर बनाती है।
भारत पर्यटन विभाग ने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे अपने आस-पास के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की सफाई और संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाएं। यह पहल साबित करती है कि जब सरकारी संस्थाएं और नागरिक मिलकर काम करते हैं, तो असाधारण परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।